आगरा छावनी के खौफ से चाट गली में सन्नाटा..!
आगरा। सदर बाजार की मशहूर चाट गली में बरसों से जमे अतिक्रमण पर आगरा छावनी की सीईओ ने कड़ी कार्रवाई की है। छावनी की कार्रवाई से छोटे व्यापारियों में रोष व्याप्त है।
बताते चलें कि शहर के प्रमुख सदर बाजार में कई दशकों से चाट के लिए चाट गली मशहूर है, जिसमें भल्ला, टिकिया, चाट, पिज़ा, पास्ता, मोमोज़, स्वीट कॉर्न, भेलपूरी प्रमुख हैं।। इसमें कई चाट एवं खान-पान के ठेल ढकेल पिछले डेढ़ दशक से अधिक के हैं, जिनसे कई परिवारों का भरण पोषण होता है। वहीं सूत्र बताते हैं कि पिछले पाँच वर्ष में चाट गली में अतिक्रमण कुछ अधिक हो गया था। अतिक्रमण को लेकर छावनी में कई बार शिकायतें भी पहुंची लेकिन हुआ कुछ नहीं। वहीं जब से आगरा छावनी में ज्योति कपूर ने सीईओ का चार्ज ग्रहण किया है तभी से चाट गली में छोटे कामगारों को हटाने को लेकर सरगर्मियां रही हैं।। जिन ठेल ढकेल वालों पर छावनी की गाज़ गिरी है, उनका कहना है कि न जाने कितने ऐसे अनैतिक कार्य एवं गतिविधियां हैं जो छावनी में चल रही हैं लेकिन उस पर छावनी क्यों कार्रवाई नहीं करती यह छावनी बोर्ड के आला अधिकारियों एवं बोर्ड के सदस्यों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।।
आगरा छावनी की कार्य प्रणाली को लेकर पीड़ितों का कहना है कि कई बोर्ड के सदस्य जो पिछले एक दशक से जमे हुए हैं उनकी निरंकुशता एवं अनैतिक गतिविधियों से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है,बावजूद ऐसे लोग छावनी में उच्च पदों पर आसीन हैं। अब देखना होगा कि आगरा छावनी द्वारा चाट गली में की गई कार्रवाई कितने समय तक कारगर रहती है। बताते चलें कि पूर्व में भी ऐसे अभियान चले हैं और कुछ समय बात फेल भी हुए हैं। यह अभियान कितना सफल होता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन छावनी की इस कार्रवाई से दर्जनभर से अधिक लोगों के परिवारों पर दो जून की रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है।।